आभियान में प्रोफेसर, डाक्टर, साहित्यकार, संपादक, कलमकार, बुद्धिजीवी, शिक्षक वर्ग एवं सामाजिक चिंतन करने वाले लोगों को शामिल होकर अभियान को गति देने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
Bilaspur News: सरस्वती शिक्षा संस्थान विद्या भारती नवरात्र के दौरान बाल विवाह के खतरों के बारे में जानकारी बांट रहा है। बाल विवाह के खतरों के प्रति अभिभावकों को आगाह किया जा रहा है।
संगठन के सदस्य संस्कार श्रीवास्तव के अनुसार, बाल विवाह में कमी आई है, लेकिन इसके खतरों के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी जन जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है। लड़कियों की जल्दी शादी कर देना सामाजिक अभिशाप भी है और अपराधी भी। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन करता है और उन्हें हिंसा, शोषण और दुर्व्यवहार के खतरे में डालता है। हम सभी के लिए एक साथ मिलकर बाल विवाह से लड़ने का समय आ गया है। सरस्वती शिक्षा संस्थान ने नवरात्रि के पहले दिन से ही इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया है।
आइये बाल विवाह मुक्त भारत अभियान से जुड़ें और इस सामाजिक बुराई को मिटाने की शपथ लें। प्रोफेसरों, डॉक्टरों, साहित्यकारों, संपादकों, कलमकारों, बुद्धिजीवियों, शिक्षकों और सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्तियों से अभियान में शामिल होने और प्रोत्साहन प्रदान करने का आग्रह किया जा रहा है।