Bhilai News: महादेव बुक से खिलाए जाने वाले आनलाइन सट्टा के अवैध कारोबार में संलिप्त एक सिपाही पर निलंबन की गाज गिरी है।

Bhilai News: महादेव बुक से खिलाए ऑनलाइन सट्टे के अवैध धंधे में शामिल एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। कांस्टेबल एक बीयर बार में बैठा है और किसी से बात कर रहा है और एक शर्त की निपटान राशि पर बातचीत कर रहा है। वीडियो में उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि बेनामी संपत्ति से खरीदे गए घर में महादेव बुक का पैनल संचालित हो रहा है। उक्त वीडियो के प्रसारित होने के बाद एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने आरक्षक को तत्काल निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया। तिवारी का वीडियो के आधार पर एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने शनिवार को सिपाही को निलंबित कर दिया है। उन्होंने आदेश में लिखा है कि आरक्षक उपेंद्र कुमार तिवारी को संदिग्ध आचरण और कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया जा रहा है।
सट्टा के कमीशन पर किए जा रहे मोलभाव के वीडियो वायरल
इस मामले को लेकर जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार निलंबित आरक्षक उपेंद्र कुमार तिवारी महादेव बुक का पैनल चला रहे थ। इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि पहले वह 11 फीसदी पर पैनल चला रहे थे। दिवाली ऑफर में उन्हें 15 फीसदी कमीशन मिल रहा है तो वह पांच फीसदी क्यों छोड़ेंगे। वह पूरा 15 फीसदी खुद रखेंगे।उन्होंने वीडियो में यह भी स्वीकार किया है कि उनके घर में पैनल चल रहा है और वह उसका किराया भी ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने पैनल चलाने में रोशन नाम के एक शख्स का जिक्र किया है। हालांकि, वीडियो में यह साफ नहीं है कि जवान किस शख्स से बात कर रहा है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि सिपाही उपेंद्र कुमार तिवारी वर्दी में बैठकर ये सारी बातें कर रहा है।
महादेव बुक को लेकर पहले भी चर्चा में रह चुका है सिपाही
गौरतलब है कि सिपाही उपेंद्र कुमार तिवारी इससे पहले भी महादेव की किताब पर सट्टा लगाने को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. मौखिक रूप से उसके खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन कोई सबूत नहीं मिल सका है.इस वजह से उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. बताया यह भी जा रहा है कि महादेव बुक की कमाई से उसने सुपेला मार्केट में दो दुकानें खरीद ली हैं और उन्हें किराये पर दे रखा है. इसके साथ ही उन्होंने कहीं एक घर भी लिया है, जहां वे महादेव बुक का पैनल चलाते थे। बताया यह भी जा रहा है कि आरक्षक उपेंद्र कुमार तिवारी को पहले भी मौखिक आदेश पर संदिग्ध आचरण के चलते पुलिस लाइन भेजा गया था.