Kawardha News: मुख्यमंत्री बघेल ने कबीरधाम को दी अंतरराज्यीय हाईटेक बस स्टैंड की सौगात

सैकड़ों बसों के बीच शहर के मुख्य मार्गों से गुजरने के कारण शहर के लोगों के साथ ही व्यापारियों को समस्या होती है।

Kabirdham News: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 10 करोड़ रुपये की लागत से जिले के पहले अंतर्राज्यीय हाईटेक बस टर्मिनल का विधिवत उद्घाटन कर जिले की जनता को चौंका दिया। अंतर्राज्यीय हाई-टेक बस टर्मिनल कवर्धा सहित उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और मध्य प्रदेश (एमपी) के क्षेत्रों के बीच यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को सीधे मदद करेगा। यातायात सुगम होगा। कवर्धा के निवासियों को कवर्धा बस टर्मिनल और विभिन्न जिलों से आने और जाने वाली सैकड़ों बसों की सुविधा मिलेगी। अंतरराज्यीय हाईटेक बस टर्मिनल करीब 10 एकड़ जमीन पर बनाया गया था। यह 120 बसों को समायोजित कर सकता है और 200 दोपहिया और 50 चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग प्रदान करता है। बस अड्डे से राजधानी रायपुर समेत पड़ोसी राज्यों में हजारों की संख्या में लोग बस से सफर कर सकेंगे। इससे शहर में जाम की समस्या से निजात मिलेगी। जिससे नागरिकों का गुजारा हो सकेगा। कैबिनेट मंत्री एवं कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर, कन्हैया अग्रवाल, नीलकंठ चंद्रवंशी, नगरपालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा, कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, डीएफओ चूड़ामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, उपस्थित थे. एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि।

जुनवानी रोड स्थित अंतरराज्यीय हाईटेक बस स्टैंड

यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। यहां तीन प्रवेश द्वार बनाए गए हैं, जिसमें टिकट डेस्क सीधे प्रवेश करने वाले यात्रियों के सामने है। प्रतीक्षालय काउंटर के दाहिनी ओर है, जहां उनके लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग बाथरूम भी हैं।

शहर में यातायात व्यवस्था होगी सुगम

नए अंतरराज्यीय हाईटेक बस टर्मिनल के खुलने से शहर में जाम की समस्या से निजात मिलेगी। शहर की आबादी और व्यापारियों के साथ समस्या है क्योंकि शहर के प्रमुख मार्गों से सैकड़ों बसें जा रही हैं। दूसरी ओर, लंबी दूरी की बसें सिटी सेंटर से बचकर धूल और शोर को कम करेंगी।

नए बस स्टैंड से रोजगार के बढ़ेंगे अवसर

कवर्धा में अंतरराज्यीय बस अड्डा बनने से शहर का विकास होगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कवर्धा शहर न्यू स्टैंड से लगभग 2 किलोमीटर दूर है। ऐसे में यात्रियों को बस स्टॉप से शहर जाने के लिए ऑटो या रिक्शा की जरूरत पड़ेगी। इससे रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही बस टर्मिनल में अन्य दुकानें खुलने से और रोजगार सृजित होंगे।