Ambikapur News: रोजगार के तलाश में बेटा गया था वाराणसी… साथ वाले लौटे पर बेटा नही… दर बदर भटक ढूंढ रही हैं मां..

20 अगस्त 2023 को ही मणिपुर थाना प्रभारी को लिखित में शिकायत की मूल प्रति प्रेषित कर जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं लेकिन अभी तक न तो विकास दास घर लौटा है और न ही उसे काम के बहाने ले जाने वाली महिला के विरुद्ध कोई कार्रवाई हुई।

Ambikapur News: अंबिकापुर के भाथुपारा में रहने वाली विधवा मां श्यामकली दास अपने बेटे की वापसी की गुहार लगा रही है। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है।मां अपने बेटे के लिए चिंतित है। वह अधिकारियों के पास जा रही है लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने से वह निराश है। श्यामकली के बच्चे को ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाली और पास में ही रहने वाली एक महिला वाराणसी ले गई थी। उनके साथ आए अन्य लोग लौट आए, लेकिन श्यामकली का बेटा विकास दास नहीं लौटा।

उस महिला के अनुसार, जिसने उसे आकर्षित किया और अपने साथ खींच लिया, विकास वाराणसी के आसपास कहीं वैन से उतर गया। वे लौट आये । ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाली महिला करीब छह माह पहले विकास के साथ कुछ अन्य लोगों को भी ले गई थी, लेकिन विकास अभी तक वापस नहीं लौटा है। विधवा मां ने मणिपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन अधिकारियों ने उम्मीद के मुताबिक सहयोग नहीं किया।

इसके बाद महिला ने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उसने पुलिस महानिरीक्षक को पत्र लिखकर अपने बेटे का पता पूछा था। आरोप को गंभीरता से लेते हुए, आईजी ने 20 अगस्त, 2023 को शिकायत की मूल प्रति लिखित रूप में मणिपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी को जांच और कार्रवाई के निर्देश के साथ भेज दी, लेकिन विकास दास अभी तक घर नहीं लौटे हैं ।

रोज़गार का बहाना? क्या उसका अपहरण करने वाली महिला के खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है? विधवा मां आज भी अपनी अर्जी और आईजी के पत्र की कॉपी लेकर अधिकारियों के दफ्तर और थाने का चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। वे ही थे जिन्होंने उसे साथ रखा। गायन और संगीत कार्यक्रम की आड़ में उनसे पूछताछ करके सच्चाई का पता लगाया जा सकता है, लेकिन पुलिस को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है, और परिणामस्वरूप माँ तबाह हो जाती है।