मगरमच्छ के हमले के बाद 15 मिनट तक चले द्वंद के बीच मगरमच्छ ने हरिराम के हाथ को अपने जबड़े से दबा लिया था । किसी तरह वह हाथ को छुड़ाकर मगरमच्छ को कमरे में बंद करने में सफल रहा।
Korba News: कटघोरा वन मंडल के शिवपुरी में रात करीब 10 बजे एक ग्रामीण के घर में मगरमच्छ घुस आया तो दहशत फैल गई। मगरमच्छ को अपने सोते हुए पोते पर हमला करते देख दादा उससे लड़ने में लग गए। दादाजी ने अपने पोते को कमरे से बाहर जाने का आदेश दिया, और संघर्ष के बीच में, उसने मगरमच्छ को कमरे में रहने के लिए बंद कर दिया।
देखते ही देखते पूरे क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। इसकी सूचना वन विभाग को दी गयी। विभाग द्वारा मगरमच्छ को पकड़कर खूंटाघाट बांध में छोड़ दिया गया। खूंटाघाट घाट के पास स्थित शिवपुरी गांव कटघोरा वनमंडल के पाली वन परिक्षेत्र से लगा हुआ है। बांध के मगरमच्छ अक्सर गांव के आसपास जलाशय में घूमते रहते हैं। शिवपुरी गांव में हरेराम टोप्पो के घर के लोग रात में सो रहे थे। उसी वक्त कमरे में सरसराहट की आवाज आई। बिजली चालू करते ही हरिराम अचंभित रह गया। कमरे पर एक विशाल मगरमच्छ ने आक्रमण कर दिया था। इससे पहले कि वह पास में सो रहे अपने 10 वर्षीय पोते पर हमला करता, हरिराम उससे भिड़ गया। 15 मिनट की लड़ाई के दौरान मगरमच्छ ने अपने जबड़े हरिराम के हाथ में दबा दिए। वह मगरमच्छ को कमरे में बंद कर हाथ छुड़ाने में कामयाब रहा। इसी बीच कृषि एवं वन विभाग के अधिकारी आ गये।
घटना के कारण हरिराम के हाथ पूरी तरह सूज गए। मगरमच्छ को पकड़कर खूंटाघाट बांध में लौटा दिया गया। घायल हरिराम को उपचार के लिए पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।