सिम्स व जिला अस्पताल में मिला इलाज, शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पटाखा जलाने के दौरान झुलसने के मामले हुए है।
Bilaspur News: कुछ इलाकों में अनार फूटे तो कुछ में नकली बमों से लोग घायल हुए। 20 से ज्यादा लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जबकि 40 से ज्यादा को सिम्स भेजा गया। कई लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया है। पटाखे फोड़ते समय सुरक्षा सावधानियों की अनदेखी के परिणामस्वरूप ऐसी घटनाएं हुई हैं। राहत की बात यह है कि कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है; घायलों का इलाज हो गया है और वे घर चले गए हैं। पटाखे जलाते समय क्या उपाय करने हैं, इसके निर्देश थे, लेकिन किसी ने उनका पालन नहीं किया और परिणामस्वरूप, कई लोग पटाखों से जल गये।
नतीजा यह हुआ कि लगभग 60 मरीज पहुंच गये हैं दिवाली की देर रात से ही पटाखों से जलने के मामले सामने आने शुरू हो गये थे। सिम्स पहुंचे घायलों में मुख्य रूप से सुनील वर्मा, अमित पाटिल, रामचन्द्र साहू, राम बैगा, भुवनलाल सोनी, हरदेव सिंह, नरेश शामिल हैं। शर्मा, मोनू कुमार, रानी गुप्ता, शिल्पा सेलर आदि हैं जिनका पटाखों से ज्यादा नुकसान हुआ है। समय पर अस्पताल पहुंचने और इलाज शुरू होने से उन्हें तुरंत राहत मिल गई। वहीं, घायलों का भी जिला अस्पताल में इलाज हुआ है।
घायलों की संख्या को देखते हुए सरकारी अस्पताल में अभी भी अलर्ट जारी है। जो अगले 48 घंटे तक चलेगा। वहीं निजी अस्पताल में पटाखों से झुलसे लोग इलाज करा रहे हैं। कुल मिलाकर इस बार दिवाली के त्योहार पर जलने की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी झुलसने के मामले
शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पटाखों के इस्तेमाल से जलने की खबरें आई हैं। इस तथ्य के बावजूद कि उनकी संख्या कम रही है। हालाँकि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उनकी देखभाल की योजनाएँ बनाई गईं, इसलिए केवल कुछ ही मामले पहुँचे लोगों को उपचार मिल सका। यहां तक कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलने का कोई गंभीर मामला दर्ज नहीं किया गया है।