Naxalites Surrender In Sukma:पांच महिला समेत 20 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, सुकमा पुलिस को मिली बड़ी सफलता..

Naxalites Surrender In Sukma: छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पांच महिला समेत 20 नक्सलियों ने आज एसपी किरण चव्हाण, एएसपी प्रभात कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
कांकेर के छोटेबेतिया थाना क्षेत्र के अचिनपुर गांव में बीती रात नक्सलियों ने एक मोबाइल टावर के जेनरेटर में आग लगा दी. क्षेत्र के विकास और घटते जनाधार से असंतुष्ट होकर नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने स्थिति पर ध्यान दिया है और सक्रिय कदम उठा रही है। पिछले कुछ दिनों से नक्सली बस्तर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। चुनाव के दिन, बांदे पड़ोस में एक मुठभेड़ की घटना हुई। एक किसान को गोली लग गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चुनाव से एक दिन पहले, व्यवधान उत्पन्न करने के उद्देश्य से एक पूर्व नियोजित बम हमला किया गया था। चुनाव से एक दिन पहले, सुरक्षा बलों और मतदान को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से एक जानबूझकर बम हमला भी किया गया था अधिकारियों. इस घटना में एक सिपाही को चोट लगी और देखभाल के दौरान उसकी मौत हो गई. मोरखंडी टोले में मुखबिरी के संदेह में दो स्थानीय लोगों की हत्या कर दी गई और उनके अवशेष बाहर फेंक दिए गए। इसके अलावा बांदे क्षेत्र में पर्चे बांटकर मोहल्ले में भय फैलाने का असफल प्रयास किया गया. वहीं, कांकेर जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर बार देवरी में भी नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर दिखाकर दहशत फैलाने की कोशिश की. वहीं कांकेर जिले में नक्सली हिंसा का ग्राफ चढ़ता जा रहा है.

Sukma Naxalite: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस को उल्लेखनीय सफलता मिली है।आज पांच महिलाओं समेत 20 नक्सलियों ने एसपी किरण चव्हाण और एएसपी प्रभात कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सरकार के पुनर्वास अभियान से प्रभावित होकर सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली सरकारी भत्ते के पात्र होंगे। आपको बता दें कि ये सभी सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके में लगे हुए थे।

एसपी सुकमा किरण चव्हाण ने कहा कि सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन प्रयास के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के ‘पुनर्वास कार्यक्रम’ को अपनाने से उन पर प्रभाव पड़ा। आज पांच महिलाओं समेत 20 नक्सली सभ्यता की ओर लौट आये हैं।

आगजनी की घटना में शामिल नौ नक्सली गिरफ्तार

बता दें कि दो दिन पहले दंतेवाड़ा के भांसी में निर्माण वाहनों में आग लगाने के आरोप में नौ नक्सलियों को हिरासत में लिया गया था। 5 दिसंबर को डीआरजी, बस्तर फाइटर्स दंतेवाड़ा, सीआरपीएफ 111वीं बटालियन एफ कंपनी फरसपाल और थाना फरसपाल की एक सर्चिंग पार्टी निकली थी। इस दौरान भैरमगढ़ एरिया कमेटी-कमलूर एलओएस कमांडर सोनू ओयाम सहित लगभग 20 लोगों को मुंडेर, चिद्रपाल में खोजा गया। 25 नक्सलियों के ठिकाने की जानकारी मिलने के बाद उन्हें मसौदी, चिद्रपाल और मुंडेर के जंगल-पहाड़ियों में उनकी तलाश के लिए भेजा गया था।

तलाश के दौरान, चिद्रपाल और मुंडेर जंगल की पहाड़ियों में पुलिस टीम को देखकर नौ व्यक्ति भाग गए और छिप गए। जिन्हें पुलिस पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। संदिग्धों से पूछताछ करने पर उनका नाम क्रमशः दशरू ओयाम निवासी बेचापाल पटेलपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर बेचापाल पंचायत सीएनएम सदस्य संतोष बताया गया। उर्फ पकलू छिद्रपाल कड़तीपारा थाना बंगापाल जिला बीजापुर छिद्रपाल पंचायत। डीएकेएमएस सदस्य, गोपी कुंजाम निवासी छिद्रपाल कड़तीपारा थाना बंगापाल जिला बीजापुर छिद्रपाल पंचायत डीएकेएमएस सदस्य, छोटू ओयाम निवासी बेचापाल पदमपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर बेचापाल पंचायत सीएनएम सदस्य, राकेश कड़ियाम निवासी कोंडापाल थाना मिरतुर जिला बीजापुर कोंडापाल पंचायत सीएनएम सदस्य, लालू कड़ती निवासी चेरली पिटोडिपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर चेरली पंचायत सीएनएम सदस्य, मनीराम ओयाम निवासी बेचापाल स्कूलपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर बेचापाल पंचायत सीएनएम सदस्य एवं अन्य दो लड़कों (सीएनएम सदस्य) ने पद पर कार्य करना स्वीकार किया।

इस दौरान उन्होंने बताया कि 26 नवंबर 2023 को निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी की घटना में भैंसी शामिल था। सात आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया। दो नाबालिगों को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया।