Dog Bite In Bhilai: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई के कैम्प-2 सकुर्लर मार्केट से अपने माता पिता के साथ गुजर रहे एक पांच साल के बच्चे पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। कुत्तों को पत्थर मारकर भगाया गया।
Bhilai News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित कैंप-2 सकुरार मार्केट में कुत्तों के एक झुंड ने अपने माता-पिता के साथ गुजर रहे पांच साल के बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर आसपास के वयस्कों ने कुत्तों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन असमर्थ रहे। पथराव से कुत्ते भाग गए। उस समय तक बच्चे के कूल्हे को कुत्तों ने दो-तीन बार काट लिया था।
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, हादसे में घायल हुआ बच्चा पैदल यात्री था। घटना सुबह करीब नौ बजे की है। भाजपा नेता और भिलाई के निवासी अमर सोनकर ने कहा कि वह कैंप-2 सर्कुलर मार्केट क्षेत्र में घूम रहे थे। इसी वक्त एक परिवार वहां से गुजर रहा था। यह परिवार संभवतः जवाहर मार्केट से होते हुए पावर हाउस की ओर से शारदा घर की ओर जा रहा था। पत्नी, दो बच्चे और पति ने चार लोगों का समूह था। ढाई साल का बच्चा अपनी मां के गोद पर बैठा था और चार-पांच साल का बच्चा अपनी मां की उंगली पकड़कर टहल रहा था।
पांच साल के बच्चे पर कुत्तों के झुंड ने अचानक किया हमला
इसी दौरान कुत्तों के एक झुंड ने पांच साल के बच्चे पर अचानक पीछे से हमला कर दिया। कुत्तों के हमला करने पर बच्चे की चीख निकल गई। इस दौरान अमर सोनकर समेत आसपास के लोगों ने कुत्तों को भगाने का प्रयास किया। फिर भी बच्चे को कुत्ते नोच रहे थे। जब उन्होंने देखा कि क्या हो रहा है, तो उन्होंने कुत्तों को भगाने के लिए पत्थर फेंके। उस समय तक बच्चे को कुत्तों ने तीन बार काटा था।
घटना की आयुक्त से शिकायत
अमर सोनकर के मुताबिक कुत्तों के कारण मोहल्ले में भय व्याप्त है। आवारा कुत्तों की गिरफ्तारी की सूचना पहले ही निगम अधिकारियों को दी जा चुकी है। अमर सोनकर के मुताबिक आज की घटना की सूचना निगम कमिश्नर को तुरंत दे दी गई और मोहल्ले में आवारा कुत्तों से निजात दिलाने की मांग की गई है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बाजार में मटन बिक्री के लिए पेश किया गया है, दुकान से बचे हुए मांस को खाने के लिए कुत्ते लगातार यहां एकत्र होते हैं। इसके परिणामस्वरूप बाजार में आने वाले पर्यटकों को खतरा बना हुआ है। शिकायत के बाद भी यहां कुत्ता पकड़ने वाली टीम नहीं भेजी जाती है। नतीजतन, बड़ी संख्या में आवारा कुत्ते स्थानीय लोगों को परेशान कर रहे हैं। पास ही एक बच्चों का मंदिर संचालित होता है। वहां से निकलने वाले बच्चों को हमेशा कुत्तों का डर सताता रहता है।