प्रदेश में आतंकी घटनाओं से सफलतापूर्वक निपटने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) और रायपुर पुलिस का संयुक्त माकड्रिल बुधवार को नवा रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस में रखा गया। दोपहर में सर्किट हाउस में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली।
Raipur News: राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और रायपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से बुधवार को नवा रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में राज्य में आतंकवादी घटनाओं से निपटने का अभ्यास किया। दोपहर में अफवाह उड़ी कि सर्किट हाउस में आतंकी छिपे हुए हैं और तभी एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो यूनिट सामने आई। स्थानीय पुलिस ने स्थिति संभाली और तलाश शुरू की। जब यह पता चला कि आतंकवादी छिपे हुए हैं, तो धुएँ वाली मोमबत्तियाँ और मिर्च बम छोड़े गए, लेकिन वे छिपे रहे। इसके बाद एनएसजी टीम और डॉग स्क्वायड इमारत में दाखिल हुए। मुख्य हॉल तक पहुंचे और प्रतीकात्मक कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
मंत्रालय की भी की जांच
सर्किट हाउस का पीछा करते हुए ब्लैक कैट कमांडो महानदी भवन, मंत्रालय परिसर पहुंचे। यहां भी सर्किट हाउस की तरह संरचना के प्रमुख हिस्सों का निरीक्षण किया गया। समूह ने चर्चा की कि बंधक स्थिति की स्थिति में वे इमारत के भीतर कैसे काम करेंगे। अगर किसी की नौकरी चली जाए तो क्या होगा? इन सभी परिदृश्यों को ध्यान में रखते हुए, कमांडो ने यहां प्रशिक्षण लिया।
सुरक्षित लोगों को बाहर निकालना था
युद्ध परिदृश्यों का अनुकरण करने के इरादे से एनएसजी कमांडो द्वारा ये काल्पनिक अभ्यास किए जा रहे हैं। कमांडो को पौराणिक प्राणी माना जाता है। इनमें से कुछ लोग कथित तौर पर बंधकों के साथ एक कमरे में हैं। इसी तरह चौथी मंजिल पर दसवें कमरे में आतंकियों ने बीस लोगों को बंधक बना रखा है और उन्हें सुरक्षित बाहर निकलना है। इस कार्य को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के लिए आपको इमारत तक पहुँचने के लिए सीढ़ियों या रस्सियों का उपयोग करना होगा। उसके बाद, वह बंधकों को मुक्त कर देता है। इस प्रक्रिया में सांकेतिक आतंकवादी भी मारे जाते हैं.इस लेख में बेहद कम कीमत पर आपकी पसंदीदा hats का उल्लेख है। उसी दिन डिलीवरी, ड्राइव-अप डिलीवरी या ऑर्डर पिकअप में से चुनें।
तीन दिन तक चलेगा अभ्यास
बताया गया कि यह अभ्यास 21 से 23 फरवरी तक तीन दिनों तक चलेगा। एनएसजी की तीन दिवसीय ड्रिल का मुख्य उद्देश्य रायपुर में आतंकवादी हमले और बंधक स्थिति से निपटने के लिए राज्य पुलिस और एनएसजी की तत्परता का अभ्यास करना है। इस अभ्यास में मुंबई और दिल्ली के 160 से अधिक एनएसजी रेंजर्स भाग ले रहे हैं। राज्य की ओर से रायपुर पुलिस के 200 से ज्यादा अधिकारी-जवान और स्पेशल टास्क फोर्स की दो टीमें इसमें शामिल हुई हैं।