Chhattisgarh Liquor Scam: अरुणपति त्रिपाठी को लेकर कोर्ट पहुंची ईओडब्ल्यू, अनवर और अरविंद के साथ रिमांड बढ़ाने की पुरी तैयारी…

Chhattisgarh Liquor Scam: शराब घोटाला मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू की गिरफ्त में आए कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह की दूसरी रिमांड शुक्रवार को खत्म होने पर दोनों को कोर्ट में पेश किया। एसीबी और ईओडब्ल्यू ने अरुणपति त्रिपाठी को भी कोर्ट में पेश किया

Chhattisgarh Liquor Scam: शराब धोखाधड़ी मामले में ACB और ईओडब्ल्यू द्वारा पकड़े गए कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को उनकी दूसरी रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। अरुणपति त्रिपाठी को भी एसीबी और ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में पेश किया।

खबरों के मुताबिक, दोनों को तीसरी बार रिमांड पर देने की पूरी तैयारी कर ली गई है, क्योंकि बिहार में गिरफ्तार किए गए अरुणपति त्रिपाठी को भी गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर रखा जाएगा। तीनों को आमने-सामने बैठाकर अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वे सभी से पूछताछ करेंगे।

आबकारी विभाग के पूर्व सचिव अरुणपति त्रिपाठी गिरफ्तार

इससे पहले गुरुवार को आर्थिक अपराध जांच ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए 2,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के मामले में पूर्व आबकारी विभाग के सचिव अरुणपति (एपी) त्रिपाठी को हिरासत में लिया था।  बिहार के गोपालगंज के भोरे में एक रिश्तेदार के घर पर, त्रिपाठी छिपा हुआ था। गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। देर शाम रायपुर की टीम त्रिपाठी को लेकर रायपुर पहुंची। साथ ही उनसे पूछताछ भी शुरू हो गई है। दो महीने पहले ही त्रिपाठी जेल से छूटे थे।

21 से ज्यादा ठिकानों में छापे की कार्रवाई

गुरुवार सुबह छह बजे चार शहरों रायपुर, भिलाई, बिलासपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में पचास से अधिक लोगों के समूह ने एक साथ इक्कीस से अधिक ठिकानों पर धावा बोला। माना जा रहा है कि यह छापेमारी हवाला और सर्राफा डीलरों से जुड़ी हुई है। रायपुर के समता कॉलोनी, महावीर नगर, देवेन्द्र नगर और सदर बाजार में भी कार्रवाई हुई। ईओडब्ल्यू की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, रायपुर में नौ, दुर्ग-भिलाई में सात, राजनांदगांव में एक और बिलासपुर में चार स्थानों पर छापे मारे गए।