बालोद में बारिश से कच्चा मकान गिरा: मलबे में दबने से पति-पत्‍नी की मौत, देर रात हुआ हादसा

House Collapse in Balod: छत्‍तीसगढ़ के बालोद जिले के देवरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरपुर में मकान ढहने से दंपती की मौत हो गई है।

House Collapse in Balod: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के देवरी थाना क्षेत्र के सिरपुर इलाके में दंपति की मौत हो गई।

मिली जानकारी के मुताबिक, लगातार बारिश के कारण घर की नींव कमजोर हो गई, जिससे वह ढह गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त पति-पत्नी घर के अंदर सो रहे थे। जब वह सो रहे थे तभी मकान का मलबा उनके ऊपर गिर गया। परिणामस्वरूप, वह किसी से सहायता माँगने में असमर्थ था। इस मामले में, पति और पत्नी दोनों की तत्काल मृत्यु हो गई। आधी रात के बाद का समय होने के कारण किसी को हादसे का पता नहीं चला। अगली सुबह जब शहरवासी टूटे हुए घर पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि दोनों मलबे के नीचे दबे हुए हैं।

कैसे हुआ हादसा

मृतक दंपत्ति सिरपुर के रहने वाले हैं। उनका आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया गया था। लेकिन वह अपने पुराने घर में ही रह रहे थे। नए घर में दम्पति का बेटा गहरी नींद में सो रहा था। जिस घर में यह घटना घटी, उसकी दीवारें बनाने के लिए मिट्टी का उपयोग किया गया था। छत का निर्माण टाइल, प्लास्टिक और भारी लकड़ी की बल्लियों से किया गया था।

मिट्टी की दीवारें नम होने लगीं क्योंकि लगातार बारिश हो रही थी। आधी रात को भारी बारिश के दौरान मिट्टी और ईंट की दीवार गिर गई क्योंकि वह छत का वजन सहने में असमर्थ थी। पूरी रात दंपती दीवार के नीचे दबे रहे। अगली सुबह लोगों को घटना की जानकारी हुई। घर के बाहर सो रहे बेटे को बाद में ग्रामीणों ने सूचना दी। फिर जोड़े का अंतिम संस्कार किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। सरकार से पर्याप्त मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कच्चे मकानों में लगातार बारिश होने पर दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।

इस घटना में भी बारिश के पानी के कारण पुराने घर की दीवारें गिर गईं। एसडीएम प्रतिमा ठाकरे के अनुसार, घटना के तुरंत बाद, घटनास्थल की जांच के बाद मामला बनाया गया था। मुकदमा दर्ज कर प्रत्येक मृतक को 4-5 लाख रुपये मुआवजा भेजा गया है। पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा मिलेगा.