Bhilai News: शिवनाथ नदी में कूदे युवक की लाश बरामद, पीपर श्रेणी में रेलवे ब्रिज के नीचे से मछुआरों ने निकाली

कुणाल तथा अन्य दोस्तों ने पुलिस को बताया कि सब लोग जन्मदिन मनाने अंजोरा के अपना ढाबा गए थे। सब ने हंसी खुशी के माहौल में खाना खाया। किसी से कोई विवाद भी नहीं हुआ। सब एक साथ वापस निकले थे।

Bhilai News: छत्तीसगढ़ के भिलाई में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात शिवनाथ नदी में गिरे एक युवक का शव बरामद कर लिया गया। शिवनाथ का बहाव फिर बढ़ने से लगा कि युवक कहीं बह गया होगा। बता दें कि एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन कर रही थी। इस बीच बुधवार-गुरुवार की रात पुराने पुल के नीचे नदी में गिरे युवक का शव पीपर श्रेणी के रेलवे पुल के नीचे मछुआरों ने बरामद कर लिया। वहीं, शिवनाथ नदी का छोटा पुल आज हत्या स्थल के रूप में जाना जाता है।लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जब पुलगांव पुलिस पहुंची तो वहां कुछ स्थानीय लोग और बच्चे के दोस्त मौजूद थे। युवक की नई बुलेट मोटरसाइकिल पुल के एबटमेंट पर खड़ी थी। युवक की घड़ी और सेलफोन कार के पास ही रखा हुआ था। उमाकांत साहू (23) पुत्र विश्राम साहू निवासी बोरसी दुर्ग के रूप में हुई। विश्राम साहू एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे। उमाकांत के पिता विश्राम साहू ने बताया कि उमाकांत कुणाल के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए देर रात घर गया था, माँ ने भी मना कर दिया। रात दो बजे उसके दोस्तों ने उसे सूचना दी कि उमाकांत नदी में गिर गया है।

उमाकांत ने छलांग क्यों लगाई

अब सवाल यह है कि दोस्त के जन्मदिन की पार्टी में गया उमाकांत नदी में क्यों कूद गया। अचानक ऐसी क्या स्थिति बन गई कि उन्हें आत्मघाती कदम उठाना पड़ा और उन्होंने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली? कुणाल और उसके दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वे सभी कुणाल का जन्मदिन मनाने के लिए अंजोरा के अपना ढाबा गए थे। सभी ने खुशी-खुशी माहौल में खाना खाया। किसी से कोई मतभेद नहीं था। सभी लोग फिर एकत्र हो गये। जब वे पुल पर पहुंचे तो हर कोई उनसे आगे था। उमाकांत अपनी बुलेट पर अकेला था और वह किस कारण से नदी में कूदा, यह किसी को नहीं पता।

परिजनों के हवाले से पुलिस ने बताया कि उमाकांत काफी खुश मिजाज का था। घर का माहौल भी अच्छा है।उमाकांत के पास एक स्कॉर्पियो है, जिसे वह कंपनियों में या किराये पर चलाता था। न तो उसके माता-पिता और न ही उसके दोस्त समझ पा रहे हैं कि उसने नदी में छलांग क्यों लगाई।