Mahadev Satta App: रवि उप्पल की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े नाम आ सकते हैं सामने, ED रवि को ला सकती है रायपुर

Mahadev Satta App: गिरफ्तार आरोपित रवि और उसका प्रमुख सहयोगी नीरज चंद्राकर 6,000 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग केस में कथित रूप से मास्टरमाइंड हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी आया है।

Mahadev betting App: महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल को मुंबई पुलिस ने दुबई में हिरासत में लिया। उसे जल्द ही भारत ले जाया जाएगा। गिरफ्तार आरोपी रवि उप्पल और उनके मुख्य सहयोगी सौरभ चंद्राकर 6,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संदिग्ध मास्टरमाइंड हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हैं। रायपुर सेशन कोर्ट ने इन दोनों को आरोपित किया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इसके बाद अक्टूबर में दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।

रायपुर और दुर्ग पुलिस विभाग ने रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है। शुभम सोनी नाम के एक युवक ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उसने दावा किया था कि उसने 508 करोड़ रुपये भूपेश बघेल को दिए हैं। शुभम ने खुद को महादेव ऐप का मालिक भी बताया। फिर उसकी भी तलाश की जा रही है।महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल की गिरफ्तारी के बाद कई और प्रमुख नाम सामने आने की उम्मीद है। ईडी के पास रवि उप्पल को पूछताछ के लिए रायपुर लाने का अधिकार है। कैदियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी।

राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारियों के नाम हो सकते हैं उजागर। ईडी इस मामले में पहले एएसआई चंद्रभूषण शर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दमानी, सुनील दमानी, असीम दास और कांस्टेबल भीम सिंह यादव को जेल भेज चुकी है। आसिम को आचार संहिता के तहत गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 508 करोड़ रुपये जब्त किये गये थे। आरोप था कि उन्हें चुनाव खर्च के लिए भेजा गया था।

सौरभ और रवि छह सौ करोड़ के मास्टरमाइंड

गौरतलब है कि गिरफ्तार आरोपी रवि और उसके प्रमुख सहयोगी सौरभ चंद्राकर 6,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संदिग्ध मास्टरमाइंड हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हैं। आपको बता दें कि रायपुर की विशेष अदालत ने दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसके बाद अक्टूबर में दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। रायपुर और दुर्ग पुलिस विभाग ने रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है।

सभी के बंटे हुए हैं काम

सौरभ चंद्राकर महादेव बुक के पैसों का लेन-देन और लाइजनिंग संभालता है।

रवि उप्पल डिजिटल प्लेटफार्म, आइडी-पासवर्ड सिस्टम की देखरेख करता है।

अतुल अग्रवाल पार्टनर है, विदेश में काम बढ़ाने के साथ वहां के ग्राहक लाता है।

कपिल चेलानी छत्तीसगढ़ में आइडी को आपरेट करता है। खुद भी आइडी चलाता है।

सतीश चंद्राकर राज्य की लाइजनिंग व अधिकारी-कर्मचारी का मैनेजमेंट देखता था।